सर्दियों में ठंड से बच्चो की हिफ़ाज़त कैसे करे?
आजकल सर्दिया बहुत हे और हर माँ बच्चो को लेकर चिंतित रहती हे की कही मेरे बच्चे को ठंड न लग जाए। इसलिए हर माँ के लिए आज हम बताने जा रहे हे की कैसे बच्चे अब रहेंगे सर्दी में भी बिलकुल सुरक्षित।
हमे हमेशा ध्यान रखना चाहिए के बच्चो को हमेशा बड़ों के मुकाबले में एक कपडा ज़ादा पहनाना चाहिए, जैसे के अगर बड़े दो कपडे पहन रहे हैं तो बच्चो को कम से कम तीन कपडे तो ज़रूर पहनाये, जैसे अंदर गर्म इनर, टी शर्ट और स्वेटर वगैरा। और अगर ठंड ज्यादा बढ़ जाये तो मोज़े और टोपा ज़रूर पहनाये, नहीं तो ठंड के कारण बच्चे को सर्दी ज़ुखाम हो सकता है वो बीमार पढ़ सकता है।
सर्दियों में माँ क लिए सब से बड़ा सवाल यही होता है, क्या बच्चे को रोज़ नेह लाये? कही उसे सर्दी न लग जाये?
इस का जवाब है नहीं, अगर आप का बच्चा एक महीने तक का है, तो रोज़ नहलाना ज़रूरी नहीं होता, दो या तीन दिन में नेहला सकती हैं। पर एक बात का ध्यान रखना के हलके गर्म पानी में टॉवल भिगो कर स्पॉन्चींग रोज़ाना ज़रूर करें। अब बात आती है उससे बड़े बच्चो की, बड़े बच्चो को रोज़ नहलाना चाहिए लेकिन अगर बच्चे को सर्दी या ज़ुखाम हो तो एक या दो दिन छोड़ कर भी नेहला सकती हैं। नहाने से बच्चे कीटाणु से दूर रहते हैं जिससे वो कम बीमार पढ़ते हैं।
नहलाते वक़्त कुछ बाते हैं जिसका ध्यान रखना बहोत ज़रूरी होता है, जैसे बच्चे को नहलाते वक़्त ध्यान रहे की नेहलानी वाली जगह पूरी तरह से बंद हो। हवा लगने से बच्चा बीमार हो सकता है, और नहाने की सारी तैयारी पहले से रखे ताकि जल्दी नेहला सके, कपडे भी पहले से ही तैयार रखें नहाने के फ़ौरन बाद बच्चे को कपडे पहना सकें।
बच्चे की अच्छी सेहत के लिए उसकी मालिश ज़रूर करें।
मालिश के लिए जैतून, बादाम या सरसों का तेल आदि सर्दियों में काफी अच्छा होता है, इससे बच्चे की बॉडी गर्म रहेगी और बच्चा ठंड से भी बचा रहेगा। बच्चे को धुप ज़रूर दिखाए इस से उसे Vitamin D मिलेगा जो की बहुत ज़रूरी होता है। इसके लिए सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे का वक़्त ठीक रहता है। ध्यान रहे बच्चे को धुप में ले जाते वक़्त उसे पूरे कपडे न पहनाये। उसके शरीर का कुछ हिस्सा खुला रखें जैसे के बच्चे के हाथ और पाओं।
बच्चो को क्या खिलाये?
एक साल तक के बच्चो को माँ का दूध दे और ज़रुरत पड़ने पे Formula Milk दे सकते हैं।
दो साल के बच्चो को मौसमी फल और सब्ज़ियां ज़रूर खिलाएं। बच्चो के लिए Vitamin C भी बहुत ज़रूरी है, माएँ अक्सर फ़िक्र मंद होती हैं के ठंड है, बच्चो को संतरा नहीं दे सकते ऐसा सोचना बिलकुल गलत है, अगर बच्चा बिलकुल ठीक है उसे खासी ज़ुखाम नहीं है तो संतरा दे सकते हैं। ड्राई फ्रूट्स सर्दियों में बहुत ज़रूरी होते है, तो अगर आप का बच्चा 6 से 7 महीने का है तो रोज़ाना आधा काजू और आधा बादाम पीस कर दें, ध्यान रहे इतने छोटे बच्चे को साबुत न दें वो उसके गले में फंस सकता है। कुछ बुँदे शेहद की ज़रूर दें। बड़े बच्चो को बाकि के ड्राई फ्रूट्स भी दें और हफ्ते में दो बार अंडे का पीला हिस्सा ऑमलेट बना कर या उबाल कर दे सकते हैं। पूरी या पराठा रोज़ न दे, बच्चे घी या तेल Digest नहीं कर पाते। स्प्राउट खिचड़ी या दलिया दें, और कभी-कभी आलू और पनीर के Sandwich भी दे सकती हैं। बच्चे के खाने के बर्तन और दूध की बोतल का ख़ास ख्याल रखें। हर इस्तेमाल के बाद अच्छी तरह साफ़ कर के पकाएं।
अगर बच्चे को सर्दी या ज़ुखाम है तो क्या करें?
सर्दी या ज़ुखाम हो जाये तो बच्चो को Steam दें। दिन में 2 या 3 बार 5 मिनट के लिए बच्चे को Steam दें। Steam देते वक़्त बच्चे के साथ ही रहें, उसे अकेला न छोड़े। बाथरूम में गर्म पानी रख के दरवाज़ा बंद कर के बच्चे को लेकर बैठ सकते हैं। अगर बच्चे को ज़ुखाम के साथ खासी भी हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएँ।
इस उम्र के बच्चो पर भी नवजात बच्चो के नियम ही लागु होते हैं। अगर आप का बच्चा बहार खेलना चाहता है तो उसे शाम के वक़्त बाहर न ले जाएँ। इससे उसे ठंड लग सकती है और बच्चा बीमार भी पड़ सकता है। बच्चे को दोपहर के वक़्त बाहर निकाले और ध्यान रहे अगर बच्चा लम्बे समय तक खेलता है तो उसे बीच-बीच में पानी ज़रूर पिलायें। खेलते वक़्त बच्चे अक्सर अपने कपडे और जूते गंदे कर लेते हैं, आते ही तुरंत बच्चो के कपडे बदलें उन्हें अच्छी तरह साफ़ करें।
तो यह हे कुछ बाते जिन पर अमल कर के हर माँ अपने बच्चों को ठंड से बचा सकती हे।
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