Pcod क्या है, pcod के कारण, pcod के लक्षण, घरेलू उपचार, pcod में क्या खाएं और क्या ना खाएं हिंदी में।

 

आज के इस ब्लॉग में हम जानेंगे PCOD ( Polycystic Ovarian Disease) के बारे में। Pcod औरतों में होने वाली एक problem है, जिसमें औरतों के harmones imbalanced हो जाते हैं। इंडिया में ये problem बहुत ही तेज़ी से बढ़ती जा रही है। बहुत ज़्यादा busy schedules के चलते आज कल महिलाए अपने आप पर ध्यान नहीं दे पाती हैं। सही diet ना लेना भी pcod की problem का एक बहुत बड़ा कारण है। आज के समय में हर 5 में से 1 महिला को ये problem हो रही है। 70% महिलाएं तो ऐसी होती है जिन्हे इसके बारे में कुछ मालूम ही नहीं होता। 

तो आप को आज हम बताएंगे के आखिर pcod प्रॉब्लम है क्या?, pcod क्यों होती है?, इसके क्या कारण होते हैं?, pcod के क्या symptoms होते हैं, क्या इससे आपको pregnancy conceive करने में दिक्कत हो सकती है? क्या आप के पीरियड्स में दिक्कत हो सकती है?, ये सारी बातें इससे जुड़ी हुई है, इसलिए ये सब आपके लिए जानना बहुत ही जरूरी है।

PCOD क्या है?

Pcod एक ओवरी की प्रॉब्लम है जो कि hormonal imbalance के कारण होती है। Hormone balanced रहने के कारण ही महिला में मेंस्ट्रल साइकिल सही से चलती है। आपके पीरियड्स सही समय पर आते हैं। आपकी pregnancy होती है और आपकी ओवरी काम करती है। हमारी बॉडी के कई ऐसे फंक्शन है जो हमारे हार्मोन्स को इफेक्ट करते हैं। अब बताते हैं की PCOD कैसे होती है। महिलाओं में दो ऐसे हार्मोन्स होते हैं जो आपकी बॉडी में pregnancy को प्रोमोट करते हैं। ये जो दो हार्मोन्स होते हैं वह होते हैं Estrogen और progesterone ये दो हार्मोन्स जिसकी जरूरत होती है आपकी ovaries को अंडे बनाने के लिए और उन्हें रिलीज़ करने के लिए। ये अंडे जब हर महीने आपके पीरियड्स होते हैं तब एक या एक से अधिक अंडे बनते हैं और रिलीज़ होते हैं आपकी ओवरी के दौरान। अगर इन दो हार्मोन्स की कमी आपके शरीर में होती है, तो इसकी वजैसे आपकी बॉडी अंडे बना तो लेती हैं पर उसको रिलीज़ नहीं कर पाती हैं, जिसके कारण अंडे ओवरी के अंदर ही रह जाते हैं, वहां पर जमा होने लगते हैं और ovaries बड़ी होने लगती है और ये condition आपके सामने आती है pcod के रूप में। इसके कारण आपको क्या क्या दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। तो इन हार्मोन्स में changes होने के कारण आपके पीरियड्स irregular  भी हो सकते हैं। आपके पीरियड्स में दिक्कतें आती हैं जैसे पीरियड्स समय पर ना आना, पीरियड्स ज़्यादा आना या कम आना। इसके साथ साथ आपको pregnancy concieve करने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

Pcod के कारण

इस का जो पहला कारण होता है वह होता है hormonal imbalanced जिसके कारण आपको इस condition का सामना करना पड़ता है। अब हार्मोन को ठीक करने के लिए आपको अपनी life style में कुछ changes करने पड़ते हैं। दूसरा जो इसका मुख्य कारण माना जाता है। वो होता है genetic

कारण जैसे की अगर आपकी mother को या फिर आपकी sister को ये problem रही हो तो काफी संभावना होती है के आपको भी ये प्रॉब्लम हो जाए। इसके बाद जो अगला कारण होतो है वह होता है Androgen hormone का बहुत ज़्यादा प्रोडक्शन होना। Androgen hormone पुरषों में पाए जाने वाला सेक्स हार्मोन होते हैं। ये हार्मोन महिलाओं के शरीर में भी बहुत कम मात्रा में पाया जाता है। Pcod से ग्रस्त महिला में ज़्यादा Androgen का उत्पादन होने लगता है।

ये ओवुलेशन के दौरान अंडे के विकास और उसके रिलीज़ को इफेक्ट करता है जिसके कारण गर्भधारण करने में दिक्कत हो सकती है। जिससे pcod की कंडीशन बन जाती है। तो ये भी एक कारण होता है।

 

खाने का संतुलित ना होना भी pcod का एक मुख्य कारण है। हो सकता है के आप खाने पीने में ज़्यादा चीनी, तेल, मैदा या बाहर का खाना जैसे junk food का ज़्यादा इस्तेमाल करते हो। ये भी हो सकता है के आप शारीरिक कार्य कम करते है। तो ये सारी बाते मिलकर हमें pcod की दिक्कत दे सकती हैं।

Pcod के लक्षण

Pcod से ग्रस्त महिलों के पीरियड्स नियमित रूप से नहीं आते। चेहरे पर दाने या मुंहासे ज़्यादा आते हैं। या वज़न बढ़ जाता है, जिसे कम करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। ज़्यादा तर महिलाओं को ये पता ही नहीं होता के ये सब क्यों हो रहा है। ये सब एक hormonal disturbance है, जिसे हम pcod या pcos कहते हैं। Pcod या pcos का मुख्य लक्षण जो होता है वो आपके पीरियड्स हैं जो समय पर नहीं आते हैं। कई बार पीरियड्स आने में 3 से 4 महीने भी लग जाते हैं, और जब पीरियड्स आते हैं तो कई बार इतना heavy flow रहता है के आप परेशान हो जाती हैं। काफी दर्द भी होता है और पीरियड्स खत्म होते होते 10 से 12 दिन भी हो सकते हैं। इसके साथ साथ आपके चेहरे पर मुंहासे (Acne) होते हैं। चेहरा ऑयली हो जाता है। सर के बाल गिरने लग जाते हैं। चेहरे और शरीर पर अनचाहे बाल उगने लगते हैं। इन सब के साथ साथ महिलाओं के मूड में changes होने लगते है। महिलाएं बहुत मूडी हो जाती हैं। आपका मूड जो है बिगड़ जाता है, बात बात पर आपको रोना आता है, गुस्सा आता है। और ये सब hormonal disturbance के कारण होता है। Pcod के जो सब से मुख्य लक्षण है उनमें से एक है infertility यानी आप बिना इलाज के pregnant नहीं हो पाएंगी।

Pcod या pcos का इलाज

जब आप अपनी डॉक्टर से चेकअप करवा लेती हैं। आपको पता लग जाता है के आपको pcod या pcos है तो अब आपको क्या करना है। सब से पहले आपको अपनी जीवनशैली में सुधार करना चाहिए। जीवनशैली से मतलब है के आपको ऐसा आहार लेना है जिससे कि आपकी ये pcod की प्रॉब्लम ठीक हो जाए। 

Pcod में आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए 

Pcod में आपको एक संतुलित आहार लेना चाहिए। आपको सही मात्रा में सब्ज़ियां सही मात्रा में फल लेना है। और आपको ध्यान देना है की आपको मैदे से बनी कोई चीज नहीं लेनी है। मैदे से बनी चीजें क्या होती है? मैदे से बनी चीजें जैसे पिज़्ज़ा, पास्ता, बर्गर, मोमोज, मैगी, नूडल्स या समोसे इन सबमें आपको मैदा मिलेगा जो आपके hormones के balance को और भी बिगाड़ देगा। इसके अलावा आपको क्या करना है, जीवनशैली बदलने के लिए आपको regularly exercise करना होगा। Exercise  में आप तेज़ तेज़ वॉकिंग कर सकती हैं, स्विमिंग कर सकती हैं। या फिर योगा भी कर सकती हैं। योगा में कुछ ऐसे आसन होते हैं जो pcod को ठीक करने में मदद करते हैं। या फिर gym भी ज्वाइंट कर सकती हैं। इसके अलावा आपकी डॉक्टर ने जो medicine आपको रेकमेंड की होगी इसका सेवन भी नियमित रूप से करें।

 

 

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